मुजफ्फरपुर जिले के सरकारी स्कूलों में सोमवार से शुरू हुई पांचवीं और आठवीं की परीक्षा में अराजकता की स्थिति बनी रही। किसी विद्यालय में विद्यार्थियों से अधिक प्रश्न पत्र भेज दिया गया तो कहीं प्रश्न पत्र पहुंचा ही नहीं। स्कूल के प्रधानाध्यापक ने डीपीओ सर्व शिक्षा अभियान और अन्य पदाधिकारियों से इसकी शिकायत की। इसके बाद मुख्यालय से अधिकारी प्रश्न पत्र लेकर निकले। संबंधित स्कूलों में विलंब से प्रश्न पत्र पहुंचा। इस कारण परीक्षार्थी और शिक्षक इंतजार करते रहे।

कई स्कूलों में प्रश्न पत्र पहुंचा, लेकिन उसकी संख्या कम हो गई। इस कारण अफरातफरी मच गई। आधे विद्यार्थी उत्तर लिखने लगे तो आधे प्रश्न पत्र का इंतजार कर रहे थे। मुशहरी, साहेबगंज समेत अन्य दो प्रखंडों में इस प्रकार की गड़बड़ी हुई है। डीपीओ सर्व शिक्षा अभियान विभा कुमारी ने इसको लेकर संबंधित प्रखंड के बीईओ से स्पष्टीकरण मांगा है।

डीपीओ ने बताया कि दो मार्च को ही संबंधित बीईओ को प्रश्न पत्र हस्तगत कर दिया गया था। साथ ही बीईओ को जिम्मा दिया गया था कि अपनी निगरानी में संबंधित स्कूलों को विद्यार्थी की संख्या के अनुसार प्रश्न पत्र का वितरण कराएं। डीपीओ ने बताया कि बीईओ ने इसकी मानिटरिंग नहीं की। इस कारण कई स्कूलों में प्रश्न पत्र कम पड़ गए तो कहीं संख्या से अधिक प्रश्न पत्र पहुंच गए। इस कारण मुख्यालय से अधिकारियों को प्रश्न पत्र लेकर जाना पड़ा।बिहार शिक्षा परियोजना की ओर से परीक्षा के दौरान स्कूलों की विधि व्यवस्था की जांच के लिए टीम बनाई गई थी। मुख्यालय से अधिकारियों ने अलग-अलग प्रखंडों में स्कूलों का निरीक्षण किया।

3018 स्कूलों में परीक्षा दे रहे 2.24 लाख विद्यार्थी

जिले में 3018 स्कूलों में पांचवीं और आठवीं कक्षा के 2.24 लाख परीक्षार्थी शामिल हो रहे हैं। पांचवीं में सामान्य में 1.10 लाख व उर्दू में 9,830 विद्यार्थी नामांकित हैं। वहीं आठवीं में सामान्य में 95,908 व उर्दू में 8,327 विद्यार्थी हैं। 16 मार्च तक दो पालियों में परीक्षा होगी। इसके बाद 17 से 21 मार्च तक पहली से चौथी और छठवीं व सातवीं कक्षा की परीक्षा होगी। सभी का परिणाम 31 मार्च को जारी किया जाएगा।

Input : Dainik jagran

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