लंगट सिंह कॉलेज में विश्व मृदा दिवस मनाया गया. इस अवसर पर प्राचार्य प्रो राय के नेतृत्व में एनसीसी द्वारा सभी पार्को की सफाई भी की गई तथा कैम्पस को प्लास्टिक मुक्त करने की पहल की गई. मिट्टी के महत्व पर बोलते हुए प्राचार्य प्रो ओमप्रकाश राय ने कहा की मिट्टी है तो पेड़-पौधे हैं, मिट्टी है तो अनाज है. अगर इसकी गुणवत्ता पर असर पड़ता है तो सबकुछ तबाह हो सकता है. जंगलों की कटाई से मिट्टी बंजर होता जा रहा है, जो एक गंभीर समस्या है।
प्रो राय ने कहा की विश्व मृदा दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य खाद्य सुरक्षा, कृषि के साथ-साथ जलवायु परिवर्तन के शमन, गरीबी उन्मूलन और मानव विकास में मिट्टी के महत्व के बारे में दुनिया भर में जागरूकता बढ़ाना है. आज खेतों में किसानों द्वारा अत्याधिक रासायनिक खाद और कीटनाशक दवाइयों का इस्तमाल किया जाता है जिसके फलस्वरूप मिट्टी के जैविक गुणों में कमी आ रही है और मिट्टी की उपजाऊ क्षमता घटती जा रही है जो खाद्य सुरक्षा, पेड-पौधों के विकास, कीड़ों और जीवों के जीवन और आवास व मानव जाति के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकता है ऐसे में मिट्टी का संरक्षण काफी आवश्यक हो गया है.
उन्होने बताया कि लंगट सिंह कॉलेज द्वारा प्रदुषण रोकने के लिए लगातार प्रयास किये जा रहे हैं, जिसमे पिछले कुछ सालों में हज़ारों पेड़ लगाना तथा उनकी अच्छी तरह से देखभाल, ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देने के लिए 32 किलोवाट क्षमता का सोलर सिस्टम विकसित करना तथा कैंपस की साफ सफाई सुनिश्चित रखना महत्वपूर्ण है. मौके पर प्रो टीके डे, प्रो गोपाल, विनोद शर्मा, डॉ ऋतुराज कुमार, डॉ राजीव कुमार, डॉ ललित किशोर, डॉ नवीन कुमार, दीपक कुमार, सत्येंद्र कुमार आदि मौजूद रहे.

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