मुजफ्फरपुर के पॉश इलाके अतरदह पोखरिया पीर मोहल्ले में गुरुवार दोपहर एक सनसनीखेज लूटपाट की घटना ने पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया। जिला मत्स्य पदाधिकारी सुनील कुमार वर्मा की पत्नी अर्पिता कुमारी के साथ नकाबपोश अपराधियों ने न केवल लूटपाट की, बल्कि बेरहमी से मारपीट कर उनका पैर तोड़ दिया। यह घटना न सिर्फ स्थानीय निवासियों में दहशत का कारण बनी, बल्कि पुलिस की गश्ती व्यवस्था और शहर की सुरक्षा व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल खड़े कर रही है।
घर में घुसकर पिस्टल की नोक पर लूट
घटना दोपहर करीब 3:45 बजे की है, जब सुनील कुमार वर्मा अपने कार्यालय में थे। उनकी पत्नी अर्पिता कुमारी अकेले अपने किराए के फ्लैट में थीं। तभी तीन बाइक सवार नकाबपोश अपराधियों ने कॉल बेल बजाई। जैसे ही अर्पिता ने दरवाजा खोला, अपराधियों ने जबरन घर में प्रवेश कर लिया। पिस्टल की नोक पर धमकाते हुए बदमाशों ने अर्पिता के गले से सोने का मंगलसूत्र छीनने की कोशिश की। विरोध करने पर अपराधियों ने क्रूरता की सारी हदें पार कर दीं।
बर्बरता की हद: चेहरा नोंचा, पैर तोड़ा
अर्पिता ने मंगलसूत्र बचाने की कोशिश की तो एक अपराधी ने पिस्टल के बट से उनके चेहरे पर वार किया, जिससे उनकी आंख के पास गहरी चोट आई। दूसरे बदमाश ने उनके पैर पर जूते से इतनी जोर से प्रहार किया कि उनका पैर टूट गया। छीना-झपटी में मंगलसूत्र का आधा हिस्सा अर्पिता के पास रह गया, जबकि बाकी हिस्सा लेकर बदमाश भाग निकले। इस दौरान पड़ोस की एक महिला ने शोर मचाया, जिसके बाद अपराधी जल्दबाजी में बाइक पर सवार होकर फरार हो गए।
पुलिस की लचर व्यवस्था पर सवाल
यह सनसनीखेज वारदात शहर के सबसे सुरक्षित माने जाने वाले इलाके में हुई, जहां दिनदहाड़े अपराधियों का इस तरह बेखौफ होना पुलिस की नाकामी को दर्शाता है। घटना की सूचना मिलते ही सुनील कुमार वर्मा घर पहुंचे और डायल 112 की मदद से अर्पिता को सदर अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उनका इलाज चल रहा है। स्थानीय लोगों में इस घटना से भय और आक्रोश का माहौल है। मोहल्ले के निवासियों का कहना है कि अगर पुलिस की गश्ती व्यवस्था प्रभावी होती, तो शायद यह घटना टाली जा सकती थी।
पुलिस की कार्रवाई: कितनी प्रभावी?
सदर थाना पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। जिला मत्स्य पदाधिकारी ने थानेदार को पूरे मामले की जानकारी दी है, लेकिन अभी तक अपराधियों का कोई सुराग नहीं मिला है। इस घटना ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं, खासकर तब जब शहर में अपराध का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है।
शहर में बढ़ती आपराधिक घटनाएं
यह घटना मुजफ्फरपुर में बढ़ती आपराधिक वारदातों का एक और उदाहरण है। स्थानीय लोग अब अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। खासकर महिलाओं और बुजुर्गों में डर का माहौल है। निवासियों ने पुलिस प्रशासन से मांग की है कि गश्ती को और सख्त किया जाए और अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई हो।