मुजफ्फरपुर, बिहार मे पूर्ण रूप से शराब बंदी है. लेकिन माफिया लोगो ने इसे मज़ाक बना दिया है आये दिन पुलिस कभी शराब का खेप पकड़ती है तो कभी शराब बेचने वालो को. लेकिन पुलिस की कार्यवाही और डर से बेखौफ माफिया लोग इसकी तस्करी करने से बाज नहीं आते. जिले मे एक बार फिर से पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पे भारी मात्रा मे शराब की खेप पकड़ी तो वही 7 लाख कैश भी बरामद की है.
घटना जिले के मड़वन प्रखंड की है. जँहा पुलिस ने रविवार की देर रात को बड़कागांव उत्तरी पंचायत की सरपंच सविता देवी को शराब व सात लाख रुपये के साथ गिरफ्तार किया है.एसएसपी के निर्देश पर गठित स्पेशल टास्क फोर्स, करजा व सरैया पुलिस ने संयुक्त रूप से बड़कागांव स्थित घर पर छापेमारी की। मौके से सरपंच पति उमेश सहनी फरार हो गया। करजा थानाध्यक्ष सरोज कुमार ने बताया कि सरपंच के अलावा तीन अलग-अलग लोगों के घरों पर छापेमारी की गई थी। इस दौरान भारी मात्रा में शराब जब्त की गई। सरपंच के घर से शराब बिक्री के रुपये भी बरामद किए गए हैं।
सरपंच को गिरफ्तार कर सोमवार को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। वही पांच अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. जिनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है. पुलिस के मुताबिक, सरपंच सविता देवी के अलावा चंदेश्वर सहनी, सीता सहनी व स्व. हृदया सहनी की पत्नी सरस्वती कुंवर के घर से देशी-विदेशी शराब बेचने की सूचना मिली थी। पुलिस टीम ने इनके घरों पर एक साथ छापा मारा. बताया गया कि सरपंच पति उमेश सहनी के घर से 11 कार्टन में 99 लीटर विदेशी शराब के साथ साथ दो गैलन में रखी 70 लीटर देसी शराब भी बरामद की गई है। सघन तलाशी लेने पर सरपंच के कमरे में छिपाकर रखे गए झोला में सात लाख उन्नीस हजार पांच सौ रुपये भी मिले।
पुलिस पूछताछ में सरपंच ने शराब खरीद-बिक्री का पैसा होने की बात स्वीकार भी की है. वहीं चंदेश्वर सहनी के घर से 44 लीटर 280 मिली व सरस्वती कुंवर के घर से 180 लीटर 780 मिली शराब बरामद की गई है। जैसे ही छापेमारी की भनक मिली, चंदेश्वर सहनी व सरस्वती कुंवर फरार हो गए. जब्त शराब की कीमत करीब चार लाख बताई गई है। इससे पहले एसएसपी को सूचना मिली थी कि बड़कागांव में सरपंच के अलावा अन्य लोगों के घरों से शराब बेची जा रही है। एक साथ कई घरों पर छापेमारी से गांव में हड़कंप मच गया। छापेमारी टीम में सरैया थानाध्यक्ष अजय पासवान भी शामिल थे।