“मैं कक्षा-10 में पढ़ती हूँ. मैं अच्छे रिजल्ट के लिए काफ़ी पढ़ रही थी. मैं एक नर्स बनना चाहती थी, लेकिन अब मेरी पढ़ने में कोई दिलचस्पी नहीं है. शायद, मैं आगे नहीं पढ़ सकती. मैंने केवल दोस्त बनाया इसलिए मुझे अपने पिता को खोना पड़ा है, जिसे मैं जीवन भर कभी नहीं भूल पाऊंगी.”
नाबालिग पीड़िता ने बीबीसी से रोते हुए ये बात कही. दरअसल नाबालिग की सोशल मीडिया के ज़रिए एक युवक से दोस्ती हुई, युवक ने कथित तौर पर उसका अश्लील वीडियो वायरल कर दिया.
इस लड़के को समझाने गए बीएसएफ़ जवान पिता की हत्या हो गई और हमले में घायल पीड़िता का छोटा भाई ज़िंदगी और मौत के बीच झूल रहा है.
हालांकि इस मामले में स्थानीय पुलिस ने बताया है कि सभी आरोपियों को गिरफ़्तार कर लिया गया है.
यह घटना गुजरात के खेड़ा ज़िले के एक गांव की है. नाबालिग के लिए यह पूरा अनुभव किसी सदमे से कम नहीं है. वह खुद से पूछ रही है, “मैं सिर्फ़ एक दोस्त थी, मेरी क्या ग़लती थी कि मैंने अपने पिता को खो दिया, मेरे साथ ऐसा क्यों हुआ?”
घटनाक्रम
यह हमला बीती 24 दिसंबर की रात 10 बजे अहमदाबाद शहर से सटे खेड़ा ज़िले के नदियाद तालुका के चकलासी गांव में हुआ.
बीएसएफ़ में 28 साल से सेवा दे रहे मेलाजी वाघेला का तबादला राजस्थान के बाड़मेर हुआ तो वे 15 दिन की छुट्टी लेकर अपने गांव आए. इस दौरान उन्हें पता चला कि 10वीं कक्षा में पढ़ने वाली उनकी बेटी का एक अश्लील वीडियो वायरल हुआ है.
बीएसएफ़ जवान पिता वीडियो वायरल करने वाले युवक को डांटने के लिए उसके परिवारों के पास गए.
वायरल करने वाले युवक की गै़रमौजूदगी में उसके परिजनों ने कथित तौर पर सारी बातें सुनने के बाद मेलाजी वाघेला पर हमला कर दिया, जिसमें उनकी मौत हो गई और उनका बेटा गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसका इलाज अस्पताल में चल रहा है.
25 दिसंबर को मृतक की पत्नी 42 वर्षीय मंजुलाबेन वाघेला ने घटना की शिकायत चकलासी थाने में दर्ज कराई है. शिकायत के मुताबिक, वह “अपने पति मेलाजी वाघेला, दो बेटों नवदीप, हनुमंता और भतीजे चिराग के साथ नदियाद के वाणीपुरा गांव में दिनेश जाधव के घर उनके बेटे शैलेश उर्फ़ सुनील को घर पर डांटने पहुंची थी.”
शिकायत के मुताबिक दिनेश जाधव और उनके परिवार के लोगों ने मेलाजी के परिवार पर हमला किया. शिकायत के अनुसार दिनेश जाधव ने डंडे से मेलाजी के सिर पर वार किया और भावेश जाधव ने नवदीप पर चाकू से हमला कर दिया.
इस मामले में पुलिस ने दिनेश जाधव, वानीपुर के अरविंद जाधव, दिनेश के पिता छाबाभाई जाधव, सचिन अरविंदभाई जाधव, सहित सात लोगों के ख़िलाफ़ आईपीसी की धारा 302, 307, 323, 504, 143, 143, 147, 147 के तहत शिकायत दर्ज की है.
इन सभी को गिरफ़्तार करने के बाद कोर्ट में पेश किया गया और न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.
वहीं पीड़िता का कथित तौर पर वीडियो वायरल करने वाले शैलेश उर्फ़ सुनील जाधव के ख़िलाफ़ अलग से शिकायत दर्ज कराई गई है.
पीड़िता की मां का क्या कहना है?
मृतक मेलाजी वाघेला की पत्नी मंजुलाबेन ने बीबीसी गुजराती से बात करते हुए कहा, “मेरी बेटी 10वीं कक्षा में पढ़ती है. मेरा बेटा अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में काम करता है. मेरी बेटी का वीडियो वाणीपुर के रहने वाले शैलेश जाधव नाम के एक युवक ने वायरल किया था. यह वायरल वीडियो बेटे के मोबाइल पर भेजा गया था. मेरे बेटे ने हमें बताया.”
उन्होंने बताया, ”हमने पड़ताल की और हम वाणीपुर शैलेश जाधव को समझाने उनके घर गए. ताकि हमारी बेटी की ज़िंदगी बर्बाद न हो. यह पता लगाने गए कि वीडियो क्यों वायरल हुआ और उन्हें वीडियो डिलीट करने को समझाने गए थे.”
हमले के बारे में बात करते हुए मंजुलाबेन कहती हैं, “मैं, मेरे दोनों बेटे, मेरे पति और मेरा भतीजा एक साथ शैलेश जाधव के घर गए थे. उन्होंने हमारी बातें सुनते ही हम पर हमला कर दिया. मेरे पति पर चाकू से हमला किया गया और हमें मारने की कोशिश की गई.”
“मैंने अपने परिवार को फोन किया, उन्होंने 108 एम्बुलेंस को कॉल किया और हमें अस्पताल ले गए, जहां इलाज के दौरान मेरे पति को मृत घोषित कर दिया गया. मेरी दुनिया लूट ली गई.”
उन्होंने बताया, “मेरे पति मेहसाणा बीएसएफ़ में सेवारत थे. उनका हाल ही में राजस्थान के बाड़मेर में तबादला हुआ था. इसलिए वे पंद्रह दिनों के लिए छुट्टी पर थे.”
“इस छुट्टी के दौरान, इस हिंसक हमले में घर के कमाने वाले को हमने खो दिया है. मेरा बेटा गंभीर रूप से घायल हो गया है. हमारे परिवार की बहुत बदनामी भी हुई है. अभियुक्तों को कड़ी से कड़ी सज़ा मिलनी चाहिए.”
कैसे हुई थी दोस्ती?
नाबालिग पीड़िता ने इस पूरे मामले में बताया, “मैं इस युवक को सोशल मीडिया के ज़रिए जानती थी. उसने मेरे साथ दोस्ती की. उसने मेरे इंस्टाग्राम अकाउंट का पासवर्ड ले लिया था और खुद मेरे अकाउंट से मैसेज कर रहा था और खुद ही रिप्लाई कर रहा था.”
“बाद में वह मुझे ब्लैकमेल करने लगा कि अगर तुम मुझसे मिलने नहीं आई तो मैं तुम्हारी चैट वायरल कर दूंगा. मैं डर गई थी, जिसके बाद मैं उससे मिलने गई थी. मैं करीब एक महीने पहले उससे मिलने गई थी.”
“उस वक्त उसने मेरे साथ जबरन फोटो खींची और मेरा वीडियो बना लिया. यह वीडियो वायरल हो गया.”
पुलिस का क्या कहा है?
इस घटना के बारे में नडियाद डीसीपी वी.आर. बाजपेयी ने बताया, “शैलेश जाधव ने वीडियो वायरल कर दिया. बेटी की मां, पिता और दो भाई उन्हें फटकार लगाने के लिए अभियुक्त के घर गए.”
“चर्चा चल ही रही थी कि अभियुक्त शैलेश के पिता दिनेशभाई छब्बी, अरविंदभाई, भावेश आदि के साथ मिलकर चाकू, छड़ी और फावड़ा के साथ उन लोगों पर पर हमला कर दिया.”
हमले में गंभीर चोट लगने से नाबालिग पीड़िता के पिता की मौके पर ही मौत हो गई. साथ ही छोटा भाई नवदीप गंभीर रूप से घायल हो गया और उसे सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
इस पूरे घटनाक्रम की जांच चकलासी पीएसआई ने की है. पुलिस ने एफएसएल फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट की मदद से साक्ष्य जुटाए और सभी अभियुक्तों को गिरफ़्तार कर लिया है.
दिल्ली महिला आयोग की प्रमुख स्वाति मालीवाल ने इस घटना के बारे में ट्वीट किया और लिखा, “गुजरात में एक लड़के ने बीएसएफ जवान की बेटी का अश्लील वीडियो बनाया और वायरल कर दिया.”
“बीएसएफ जवान जब लड़के के घर गया तो जवान की हत्या हो गयी. इस ख़बर की कोई चर्चा नहीं है. दिन दहाड़े एक जवान की हत्या हम सबके मुंह पर तमाचा है, गुंडे कितने दुस्साहसी होते हैं!”
बीबीसी गुजराती से बात करते हुए चकलासी पुलिस स्टेशन के पुलिस सब-इंस्पेक्टर और जांच अधिकारी जितेंद्र सिंह चंपावत ने बताया, “सभी अभियुक्तों को गिरफ़्तार कर लिया गया है. अभियुक्तों को कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. वीडियो वायरल करने वाला युवक बालिग है.”
source: bbc.com/hindi