नगर निगम में ‘तेल के खेल’ को पकड़ने देर रात मुजफ्फरपुर के सीनियर डिप्टी कलेक्टर को ड्राइवर बनकर सड़कों पर निकलना पड़ा. कूड़ा उठाने वाले हाइवा के ड्राइवर बने अधिकारी विवेक कुमार अघोरिया बाजार स्थित जेनिथ पेट्रोल पंप पर पहुंचे,जहां पहले से नगर निगम के पांच ट्रैक्टर खड़ा कर ड्राइवर तेल में गोलमाल कर रहा था. विवेक अभी नगर निगम में प्रभारी अपर आयुक्त के पद पर भी तैनात हैं. उन्होंने होली का खर्चा निकालने के नाम पर निगम के एक-एक ड्राइवर से वहां बात की.
सिनियर डिप्टी कलेक्टर ने चालाकी से सब उगलवाया
सिनियर डिप्टी कलेक्टर ने इतनी चालाकी से ड्राइवरों को भरोसे में लिया कि निगम के ड्राइवरों ने उन्हें आसानी से सब बता दिया कि वो किस तरह निगम के सफाई वाहनों में भरे जाने वाले तेलों से अपना पॉकेट खर्च निकाल लेते हैं. तेल के इस खेल में निगम के कौन-कौन से कर्मचारी लिप्त हैं, इसकी जानकारी भी निगम के वाहनों के चालक ने वेश बदलकर आए सिनियर डिप्टी कलेक्टर को बता दिया.
10 के बदले 3 लीटर, पंप मैनेजर ने रखा अपना कमीशन
नगर निगम के तरफ से 10-10 लीटर ईंधन का कूपन सभी वाहनों के ड्राइवरों को मिला था. लेकिन सिनियर डिप्टी कलेक्टर के सामने ही उन्होंने पूरे खेल को दिखा दिया कि कैसे केवल 3-3 लीटर ही वो वाहन में डलवाते हैं जबकि बांकी के बचे 7 लीटर के पैसे सीधे उनकी जेब में चले जाते हैं. पेट्रोल पंप के मैनेजर ने अपना कमीशन काटकर वो पैसे ड्राइवरों को लौटाए और ये सब खेल सिनियर डिप्टी कलेक्टर की आंखों के सामने ही हो रहा था.
आयुक्त को देख भागने लगे ट्रैक्टर ड्राइवर
इस पूरे खेल की जानकारी वहीं से साइड होकर सिनियर डिप्टी कलेक्टर ने नगर आयुक्त विवेक रंजन मैत्रेय को दे दी. जिसके बाद नगर आयुक्त भी मौके पर पहुंच गये और सीसीटीवी फुटेज निकलवाया. नगर आयुक्त को देखते ही ड्राइवर मौके से फरार होने लगे. पांचों ट्रैक्टरों के चालकों, पंप मैनेजर व इस खेल में शामिल निगम के कर्मियों के ऊपर अब बड़ी कार्रवाई करने की तैयारी है. सभी ड्राइवरों का बयान वीडियो के रुप में दर्ज किया गया है.
इनपुट : प्रभात खबर