गन्नीपुर इलाके की 11 वर्षीय बच्ची से ईद के दूसरे दिन उसके शादीशुदा ममेरे भाई ने दुष्कर्म किया। मानवता काे शर्मसार करनेवाली इस घटना की प्राथमिकी तब दर्ज हुई जब मानवाधिकार आयाेग ने पुलिस से रिपाेर्ट तलब कर दी। इतना ही नहीं, लगातार खून का रिसाव हाेता रहा और मामला दर्ज हाेने पर घटना के तीसरे दिन बच्ची काे अस्पताल में भर्ती कराया जा सका।
परिजनाें के अनुसार वह उसे नानी से मिलवाने की बात कह घर से बुलाकर ले गया और मनियारी के रास्ते में एक वीरान ईंट-भट्ठा पर ले जाकर इस शर्मसार करनेवाली घटना काे अंजाम दिया। बच्ची काे जुबान खाेलने पर मार डालने की धमकी दी। घर पहुंचने पर खून बहता देख परिजनाें ने पूछा ताे कहा- साइकिल से गिर जाने के कारण चाेट लग गई है। गांव के लाेगाें काे शक हुआ ताे मुखिया ने लड़की के मां-बाप के बुलवाया। घटना की सूचना मनियारी थाने काे दी गई। लगातार खून के रिसाव पर बच्ची काे सदर अस्पताल लाया गया।
यहां डाॅक्टराें ने प्रारंभिक जांच में ही दुष्कर्म का मामला समझकर परिजनाें से पुलिस काे सूचना देने के लिए कहा। तब परिजन बच्ची काे अस्पताल से उठाकर पहले काजी माेहम्मदपुर, फिर मनियारी थाना ले गए। मनियारी थाने पर साइकिल से गिरने का हवाला देकर एफआईआर दर्ज नहीं की गई। बच्ची की मां शहर में दाई का काम करती है।
उसने अपनी मालकिन काे बताया ताे उन्हाेंने एसएसपी जयंत कुमार काे जानकारी देने के साथ-साथ मानवाधिकार अायाेग में भी फाेन पर शिकायत की। आयाेग द्वारा फाेन कर पुलिस अधिकारियाें से पूरी रिपाेर्ट मांगी गई ताे पुलिस सक्रिय हुई। दूसरे दिन मनियारी व काजी माेहम्म्दपुर थाने की पुलिस ने बच्ची के घर पहुंचकर बयान लिया। उसके बाद मनियारी थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई। एफआईआर दर्ज हाेते ही आराेपित अंडरग्राउंड हाे गया है।
Input: Dainik Bhaskar