हर आदमी की कोरोना जांच की अनिवार्यता को खत्म कर दिया गया है. स्वास्थ्य विभाग ने नयी गाइडलाइन जारी की है. अब एंटीजन किट से संक्रमित पाये जाने पर हाथों हाथ दवा दी जायेगी. अगर आरटीपीसीआर जांच से संक्रमित मिलते हैं, तो पोर्टल पर दर्ज पता के आधार पर पोस्टल विभाग के जरिए दवा की पोटली भेजी जायेगी.

सिविल सर्जन डॉ विनय कुमार शर्मा ने बताया कि अभी ओपीडी में आने वाले हर मरीज की कोरोना जांच की जा रही थी.,लेकिन अब वैसा नहीं होगा. जांच के नाम पर किसी का भी इलाज नहीं रोका जायेगा. इसके साथ ही आॅन डिमांड कोरोना की जांच नहीं होगी.

जैसे कोई बैंक, स्कूल या अन्य संस्थान पत्र देकर पूरे कर्मी का जांच करा रहे थे, इस पर रोक लगा दी गयी है. अगर किसी को कोरोना का लक्षण है और तो वहीं आकर अपना जांच करायेंगे. सीएस ने बताया कि दो हजार किट राज्य मुख्यालय से मिली है. इस किट का पीएचसी स्तर पर वितरण कराया जा रहा है. सदर अस्पताल को चार सौ किट दी गयी है.

पीएचसी में भेजी गयी 50-50 मेडिकल किट

मुजफ्फरपुर जिले में हर कोरोना पॉजिटिव को दवा मिले, इसके लिए पीएचसी में दवा उपलब्ध करायी जा रही है. जिले के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर बुधवार को 50-50 पैकेट मेडिकल किट भेजे गये हैं. राज्य स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिले को दो हजार दवा किट के पैकेट भेजे गये हैं.

सिविल सर्जन डॉ विनय कुमार शर्मा ने कहा कि डाक विभाग के अलावा जिले के स्टोर को किट उपलब्ध करायी गयी है. कहा गया है कि जिन पीएचसी व सीएचसी से दवा की डिमांड की जाती है, उन्हें उपलब्ध कराएं. जिले में एंटीजन जांच के लिए 20 हजार किट भी आयी है. इसे सभी पीएचसी व सदर अस्पताल में भेजा गया है. जिले में आरटीपीसीआर जांच के लिए 12 हजार किट उपलब्ध हैं.

इसके साथ ही प्रत्येक पीएचसी को पैरासिटामोल की 12 हजार गोलियां, एजिथ्रोमाइसिन की दो हजार गोलियां, मल्टी विटामिन व विटामिन सी की पांच हजार गोलियां और जिंक की 30 हजार गोलियां भेजी गयी हैं.

इनपुट : प्रभात खबर

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *