मुजफ्फरपुर में इंटरकास्ट विवाह पर खूनी हमला, भाई-पिता ने बरसाई गोली।

मुजफ्फरपुर में इंटरकास्ट विवाह पर खूनी हमला, भाई-पिता ने बरसाई गोली।

मुजफ्फरपुर, 29 जुलाई 2025: बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के मनियारी थाना क्षेत्र के पकाही गांव में इंटरकास्ट विवाह के चलते उपजा पारिवारिक विवाद मंगलवार को हिंसक रूप ले लिया। गांव के अनिल कुमार पर उनके ही भाई अरविंद राय और पिता शिवजी राय पर मारपीट कर गोली मारने का गंभीर आरोप लगा है। इस हमले में अनिल को बाएं कंधे पर गोली लगी, और उनकी पत्नी व बच्चों के साथ भी मारपीट की गई। घायल अनिल को तुरंत श्री कृष्ण मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल (SKMCH) में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।

पारिवारिक तनाव और हिंसा की जड़ में इंटरकास्ट विवाह

पुलिस पूछताछ में अनिल ने बताया कि वर्ष 2014 में उन्होंने इंटरकास्ट विवाह किया था, जिसका उनके परिवार ने शुरू से विरोध किया। पिता और भाई सहित परिवार के अन्य सदस्य इस विवाह को स्वीकार नहीं कर सके, जिसके चलते अनिल अपनी पत्नी और बच्चों के साथ गांव से बाहर रहने को मजबूर थे। हाल ही में, 22 जुलाई को अनिल अपनी पत्नी और बच्चों के साथ गांव लौटे थे। इस दौरान उनके भाई और पिता ने कथित तौर पर उनकी गाड़ी छीन ली थी, जिसे पुलिस के हस्तक्षेप से वापस दिलवाया गया।

मंगलवार को अचानक अनिल के भाई अरविंद और पिता शिवजी, पांच अन्य लोगों के साथ उनके घर पहुंचे। अनिल का आरोप है कि इन लोगों ने पहले उनके साथ मारपीट की और फिर गोली चला दी। बीच-बचाव करने आई उनकी पत्नी और बच्चों को भी नहीं बख्शा गया। इस घटना ने न केवल गांव में हड़कंप मचा दिया, बल्कि इंटरकास्ट विवाह को लेकर सामाजिक रूढ़ियों की गहरी जड़ों को भी उजागर कर दिया।

पुलिस ने शुरू की जांच, दोनों आरोपी हिरासत में

घटना की सूचना मिलते ही मनियारी पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और घायल अनिल को SKMCH में भर्ती कराया। मनियारी थाना प्रभारी देवब्रत कुमार ने बताया कि अनिल के भाई अरविंद राय और पिता शिवजी राय को हिरासत में ले लिया गया है। दोनों से थाने में गहन पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने अनिल और उनकी पत्नी के बयान दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है, जिसके आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

थाना प्रभारी ने कहा, “हम इस मामले को गंभीरता से ले रहे हैं। पीड़ित का बयान दर्ज करने के बाद उचित कानूनी कदम उठाए जाएंगे। अन्य संलिप्त लोगों की भूमिका की भी जांच की जा रही है।”

इंटरकास्ट विवाह: सामाजिक स्वीकार्यता की चुनौती

यह घटना बिहार में इंटरकास्ट विवाह को लेकर गहरे सामाजिक पूर्वाग्रहों को उजागर करती है। हालांकि, सरकार इंटरकास्ट विवाह को प्रोत्साहित करने के लिए आर्थिक सहायता और अन्य योजनाएं चलाती है, लेकिन सामाजिक मान्यता की कमी और परिवारों का विरोध अक्सर ऐसे जोड़ों के लिए मुश्किलें खड़ी करता है। इस घटना ने एक बार फिर समाज से यह सवाल पूछा है कि क्या प्रेम और व्यक्तिगत स्वतंत्रता को सामाजिक बंधनों के आगे झुकना होगा?

आगे की कार्रवाई पर सबकी नजर

पुलिस इस मामले में गहन जांच कर रही है और जल्द ही पीड़ित के बयान के आधार पर FIR दर्ज की जाएगी। गांव में तनाव को देखते हुए पुलिस ने इलाके में गश्त बढ़ा दी है। इस घटना ने न केवल स्थानीय समुदाय को झकझोर दिया है, बल्कि सामाजिक सुधार और जागरूकता की आवश्यकता को भी रेखांकित किया है।