मुजफ्फरपुर, बिहार की राजधानी पटना में बीजेपी प्रदेश कार्यालय के बाहर वार्ड सचिवों ने अपनी सरकार की ओर से नियुक्ति रद्द किए जाने को लेकर जमकर बवाल काटा है. मिली जानकारी के अनुसार सोमवार को अपनी मांगों को लेकर वार्ड सचिव बीजेपी दफ्तर के बाहर पहुंच गए और हंगामा करने लगे. मामले की जानकारी होते पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और वार्ड सचिवों को समझाकर वहां से हटाने का प्रयास किया लेकिन उनके नहीं मानने के बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर दी, इस दौरान वार्ड सचिवों ने भी जमकर पत्थर बरसाए. स्थिति नियंत्रण से बाहर निकलते देख पुलिस की टीम वाटर कैनन और आंसू गैस के गोले भी दागे. इस दौरान पूरे वीरचंद पटेल मार्ग पर अफरातफरी की स्थिति बनी रही. बीजेपी कार्यालय के बाहर रणक्षेत्र जैसा नजारा देखने को मिली.
बताया जाता है कि वार्ड सचिव पिछले कई दिनों से गर्दनीबाग धरनास्थल के पास अपनी विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे थे. लेकिन, सरकार की ओर से उनकी मांगों पर कोई विचार नहीं होने के बाद आज वार्ड सचिव उग्र हो गए और एक साथ मिलकर बीजेपी कार्यालय के बाहर जुट गए. इस दौरान बीजेपी कार्यालय का गेट बंद कर दिया गया. तभी वार्ड सचिव और नाराज हो गए और जमकर गेट के बाहर ही हंगामा करने लगे. आननफानन में भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंची और किसी तरह स्थिति को नियंत्रण में करने की कोशिश की लेकिन वार्ड सचिव मानने को तैयार नहीं हुये.
वाटर कैनन से छोड़ा गया पानी, दागे गए आंसू गैस के गोले
जब वार्डसचिवों ने पुलिस की बात नहीं मानी तो पुलिस बल की तरफ से प्रदर्शनकारियों पर वाटर कैनन से पानी छोड़ा गया. इसके खिलाफ वार्ड सचिवों ने वाटर कैनन पर ही पत्थर बरसाना शुरू कर दिया. इस दौरान पूरा इलाका रणक्षेत्र में तब्दील हो गया. इस दौरान पुलिस टीम ने प्रदर्शनकारियों पर लगाम लगाने के लिए आंसू गैस के गोले भी दागे.
जानिए क्या है वार्ड सचिवों की मांग
दरअसल वार्ड सचिव अपनी मांगों को पिछले 15 दिनों से आंदोलन पर हैं. वार्ड सचिवों की मांग है कि उनकी नियुक्ति को स्थायी किया जाए और वार्ड सचिवों को हटाने संबंधी पत्र वापस लिया जाए. साथ ही उनके बकाए पैसे का भुगतान भी जल्द से जल्द किया जाए. वहीं काम के काम के एवज में वेतन देने की मांग भी वार्ड सचिव कर रहे हैं.
Source : News18