गोपालगंज: गंडक नदी में बुधवार को हुए हादसे के बाद गोपालगंज और बेतिया के तीन गांवों में ग्रामीणों की रात सिसकियों के बीच कटी. मौत से मातम गुरुवार को भी पसरा रहा. जिन्होंने अपनों को खोया और जिनके पड़ोसी लापता हुए, उनके घरों में चूल्हा तक नहीं जला. गंडक नदी में हुए हादसे में गोपालगंज के बरई पट्टी व खेम-मटिहनिया तथा बेतिया के नौतन थाना क्षेत्र के भगवानपुर के लोगों की मौतें हुई है.

गुरुवार को हादसे के चश्मदीदों ने अधिकारियों को बताया कि सब कुछ ठीक-ठाक था. बड़ी नाव पर पहले से 20 से 25 ग्रामीण सवार थे. इस बीच खेम-मटिहनिया का ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर इंद्रजीत प्रसाद पहुंचे और बड़ी नाव पर ट्रैक्टर का लोड कर दिया. नाव बड़ी थी, इसलिए कुछ और यात्रियों के पहुंचने का इंतजार किया जा रहा था. इस दौरान नाव पर सवार लोग ट्रैक्टर की ट्रॉली पर जाकर बैठ गये, उनमें महिलाएं और बड़ी संख्या में बच्चे थे.

नाव खुलने में देर थी. मनोरंजन के लिए लोगों ने ट्रैक्टर चालक से गाना बजाने का कहा. चालक भी अपने मोबाइल से गाना बजाने लगा. इस दौरान किसी का कॉल आ गया. ट्रैक्टर चालक ने कॉल रिसीव किया और बातचीत में मशगूल हो गया. इस दौरान ट्रैक्टर चालू था. चालक की फोन जैसे ही कटी ट्रैक्टर-ट्रॉली समेत उसपर सवार लोग नदी में समा गये. अब तक इस हादसे में दो महिलाओं के शवों को बाहर निकाला जा चुका है, जबकि दो बच्चियों समेत ट्रैक्टर का चालक लापता है.

क्रेन की मदद से निकाला गया ट्रैक्टर-ट्रॉली

हादसा होने के दूसरे दिन जला प्रशासन की ओर से बड़ी क्रेन मंगाई गई. भगवानपुर घाट पर पहुंची क्रेन की मदद से करीब पांच घंटे की मशक्कत के बाद ट्रैक्टर और ट्रॉली को बाहर निकाला गया. ट्रैक्टर और ट्रॉली जब बाहर निकाला गया तो उसमे फंसी एक महिला उमा देवी की शव भी बाहर निकली. वहीं ट्रैक्टर और ट्रॉली पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुका था. ट्रैक्टर और ट्रॉली बाहर निकलने के बाद देखने के लिए स्थानीय ग्रामीणों की भीड़ जुट गयी.

हालांकि, बाद में बेतिया के नौतन थाने की पुलिस ने ट्रैक्टर-ट्रॉली को जब्त कर लिया. पुलिस ने इस मामले में प्राथमिकी भी दर्ज करने की बात कही है. हालांकि, बेतिया प्रशासन की ओर से इस संबंध में किसी तरह की जानकारी नहीं दी गयी है. बेतिया के डीएम कुंदन कुमार का कहना है कि मामले में मृतक के परिजनों को सरकार के प्रावधानों के अनुसार मुआवजा दिया जायेगा.

क्या कहते हैं डीएम

गोपालगंज के डीएम डॉ.नवल किशोर चौधरी ने कहा कि हादसा पश्चिम चंपारण के नौतन थाना क्षेत्र के भगवानपुर गांव में हुआ है. गोपालगंज प्रशासन की टीम हादसे का शिकार हुए लोगों की मदद कर रही है. रेस्क्यू ऑपरेशन में पश्चिम चंपारण प्रशासन को हर स्तर से मदद किया जा रहा है. मृतक के आश्रितों को मुआवजा देने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गयी है. पश्चिम चंपारण के जिला प्रशासन से रिपोर्ट मांगी गई है, रिपोर्ट के आधार पर मृतकों के आश्रितों को सरकार की तरफ से मुआवजे की राशि दी जाएगी.

इनकी मिली लाश

– रजनी देवी, पति राजकरण बीन, बरइपट्टी, गोपालगंज
– उमा देवी, पति जगपति साह, बरइपट्टी, गोपालगंज

ये हैं अभी लापता

– इंद्रजीत प्रसाद, पिता चंद्रिका प्रसाद, खेम-मटिहनियां, गोपालगंज
– पुनीता कुमारी, पिता नंदलाल यादव, भगवानपुर, पश्चिम चंपारण
– सरोज कुमारी, पिता सत्यनारायण यादव, भगवानपुर, पश्चिम चंपारण

मुखिया के नाम से है नाव

पुलिस की जांच में सामने आया कि यह घाट गैर सरकारी है. यहां वर्षों से नाव का संचालन होता है. बेतिया के नौतन प्रखंड के भगवानपुर पंचायत के मुखिया कृष्णा यादव के पिता रामनाथ यादव के नाम से घाट का संचालन होता है. जिस नाव पर ट्रैक्टर-ट्रॉली को लोड किया गया था, वह नाव भी मुखिया कृष्णा यादव की बताई जा रही है.

Source : abp news

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