बिहार दिवस 2025: मुजफ्फरपुर में तीन दिवसीय समारोह का भव्य समापन, संस्कृति और विकास का अनूठा संगम।

बिहार दिवस 2025: मुजफ्फरपुर में तीन दिवसीय समारोह का भव्य समापन, संस्कृति और विकास का अनूठा संगम।

मुजफ्फरपुर: बिहार की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और गौरवशाली परंपराओं को संजोए हुए तीन दिवसीय बिहार दिवस समारोह का आज 24 मार्च, 2025 को भव्य समापन हुआ। जिला पदाधिकारी के कुशल नेतृत्व में शहीद खुदीराम बोस स्टेडियम में आयोजित इस त्रिदिवसीय महोत्सव ने संस्कृति, कला और विकास के अनूठे संगम को प्रदर्शित किया। समापन समारोह को संबोधित करते हुए उप विकास आयुक्त श्रेष्ठ अनुपम ने आयोजन की सफलता और सुचारु प्रबंधन के लिए सभी अधिकारियों के प्रति आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेने वाले प्रतिभागियों को सहभागिता प्रमाण पत्र और स्मृति चिह्न वितरित कर उनका हौसला बढ़ाया गया। 


सांस्कृतिक रंगों से सराबोर रहा आयोजन
बिहार दिवस के अंतिम दिन सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने दर्शकों का दिल जीत लिया। स्कूली बच्चों और स्थानीय कलाकारों ने बिहार की समृद्ध परंपराओं पर आधारित छठ गीत, होली गीत, चैती गीत, विवाह गीत, मैथिली लोकगीत और नृत्यों की शानदार प्रस्तुति दी। बिहार की सांस्कृतिक विविधता को दर्शाते इन प्रदर्शनों ने दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। एकल और समूह प्रस्तुतियों की सफलता ने आयोजन को और भी यादगार बना दिया। सभी प्रतिभागी छात्र-छात्राओं को सहभागिता प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया। 


प्रतियोगिताओं ने बढ़ाया उत्साह
सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ-साथ बिहार दिवस के अवसर पर क्विज, पेंटिंग, स्लो साइकिल रेस और म्यूजिकल चेयर जैसी प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया। इनमें शामिल प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए, वहीं प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वालों को ट्रॉफी से नवाजा गया। कार्यक्रम का संचालन श्री गोपाल फलक ने बेहद कुशलता से किया, जिसकी सभी ने सराहना की। 


स्टॉल और प्रदर्शनियों ने बटोरी भीड़
बिहार दिवस को जनहित में उपयोगी बनाने के लिए जिला प्रशासन ने 28 स्टॉल और प्रदर्शनियों का आयोजन किया। विभिन्न विभागों ने अपने-अपने स्टॉल पर सरकारी योजनाओं की जानकारी को आकर्षक और सुव्यवस्थित तरीके से प्रस्तुत किया। आम लोगों ने इन स्टॉल्स के माध्यम से योजनाओं की जानकारी हासिल की और अपेक्षित सहयोग प्राप्त किया। उद्योग विभाग और खादी मॉल के स्टॉल पर मौसमी कपड़ों की प्रदर्शनी लगाई गई, जबकि आईसीडीएस और जीविका ने व्यंजन मेला का स्टॉल सजाया, जिसे दर्शकों ने खूब पसंद किया। नगर निगम के स्टॉल पर बिहार का पारंपरिक व्यंजन लिट्टी-चोखा मुख्य आकर्षण रहा। लोगों ने इन स्टॉल्स पर न केवल जानकारी ली, बल्कि जरूरत के अनुसार खरीदारी भी की। 


उत्सवी माहौल में संपन्न हुआ समारोह
तीन दिनों तक चला यह समारोह आज उत्सवी माहौल के बीच संपन्न हुआ। समापन के अवसर पर उप विकास आयुक्त ने जिलेवासियों के मंगलमय जीवन और जिले के सर्वांगीण विकास की कामना की। उन्होंने कहा कि बिहार दिवस का यह आयोजन न केवल संस्कृति को संरक्षित करने का प्रयास है, बल्कि विकास के नए आयामों को भी रेखांकित करता है। बिहार दिवस 2025 का यह आयोजन मुजफ्फरपुर के लिए एक यादगार पल बन गया, जिसमें परंपरा, कला और प्रगति का शानदार समन्वय देखने को मिला।

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