मुजफ्फरपुर के औराई क्षेत्रवासियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। बागमती नदी पर 3.35 किलोमीटर लंबे उच्चस्तरीय पुल के निर्माण का रास्ता साफ हो गया है। इस पुल के साथ-साथ गरहा-हथौड़ी-अतरार-बभनगामा-औराई तक 21.30 किलोमीटर लंबी सड़क का भी निर्माण होगा। इस महत्वाकांक्षी परियोजना का शिलान्यास सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ऑनलाइन किया। इस परियोजना पर कुल 814.22 करोड़ रुपये की लागत आएगी। शिलान्यास समारोह के दौरान जिला समाहरणालय में डीएम सुब्रत कुमार सेन सहित अन्य अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल हुए।
परियोजना की प्रमुख विशेषताएं
• पुल और सड़क का निर्माण: बागमती नदी पर बनने वाला 3.35 किलोमीटर लंबा पुल और 21.30 किलोमीटर लंबी सड़क क्षेत्र की कनेक्टिविटी को बेहतर बनाएगी। इस मार्ग में पांच छोटे पुल और 12 पुलियों का निर्माण भी शामिल है।
• औराई बायपास: परियोजना में 1.02 किलोमीटर लंबा औराई बायपास भी शामिल है।
• सड़क की चौड़ाई: सड़क की चौड़ाई 10 मीटर से अधिक होगी, जो आवागमन को और सुगम बनाएगी।
•भूमि अधिग्रहण: परियोजना के लिए 13.756 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया गया है।
• संवेदक और कार्यान्वयन: परियोजना का कार्यान्वयन बिहार स्टेट रोड डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीएसआरडीसी) द्वारा किया जाएगा। संवेदक का चयन हो चुका है और डीएम ने बीएसआरडीसी के डीजीएम को कार्य जल्द शुरू करने का निर्देश दिया है।
क्षेत्रवासियों को मिलेंगे ये लाभ
इस परियोजना के पूरा होने से औराई और आसपास के क्षेत्रों में कई बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे:
1. समय और ईंधन की बचत: वर्तमान में बागमती नदी पार करने के लिए लोगों को 30-40 किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ती है। नए पुल और सड़क से यह दूरी घटकर 25 किलोमीटर रह जाएगी, जिससे समय और ईंधन दोनों की बचत होगी।
2. बेहतर कनेक्टिविटी: मुजफ्फरपुर, दरभंगा, सीतामढ़ी और आसपास के जिलों के बीच सीधा संपर्क स्थापित होगा। औराई के उत्तरी क्षेत्र के लोगों को मुजफ्फरपुर जाने के लिए अब 55 किलोमीटर की बजाय मात्र 25 किलोमीटर का सफर करना होगा। दक्षिणी क्षेत्र के लोगों को प्रखंड मुख्यालय तक पहुंचने के लिए 15-20 किलोमीटर की जगह केवल 5 किलोमीटर की यात्रा करनी होगी।
3. बाढ़ में राहत कार्यों में तेजी: बाढ़ के दौरान राहत और बचाव कार्यों को गति मिलेगी, जिससे आपदा प्रबंधन में सुधार होगा।
4. आर्थिक विकास: स्थानीय उद्योग, छोटे व्यवसाय, और निवेश को बढ़ावा मिलेगा। धार्मिक और सांस्कृतिक गतिविधियों को प्रोत्साहन मिलने से पर्यटन को भी नई गति मिलेगी, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था मजबूत होगी।
5. लाभार्थी: औराई, रुन्नीसैदपुर, पुपरी, नानपुर समेत अन्य प्रखंडों के लगभग पांच लाख लोगों को आवागमन में सुविधा होगी।
स्थानीय लोगों में उत्साह
इस परियोजना से औराईवासियों का दशकों पुराना इंतजार खत्म होने जा रहा है। अभी तक लोग लंबी दूरी घूमकर या अस्थायी पीपा पुल के सहारे आवागमन करते थे, लेकिन अब यह उच्चस्तरीय पुल उनकी राह को आसान बनाएगा। डीएम सुब्रत कुमार सेन ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि परियोजना को जल्द से जल्द पूरा किया जाए, ताकि क्षेत्र की जनता को इसका लाभ शीघ्र मिल सके।यह परियोजना न केवल औराई, बल्कि पूरे उत्तर बिहार के लिए विकास का नया द्वार खोलेगी।