श्राद्धकर्म को जा रहा था परिवार, रास्ते में मौत से सामना! स्कूल बस–स्कॉर्पियो टक्कर में 12 घायल

श्राद्धकर्म को जा रहा था परिवार, रास्ते में मौत से सामना! स्कूल बस–स्कॉर्पियो टक्कर में 12 घायल

मुजफ्फरपुर के मधौल बाईपास पर गुरुवार को एक ऐसी लापरवाही सामने आई जिसने 12 लोगों की जान जोखिम में डाल दी। श्राद्धकर्म के लिए पहलेजा घाट जा रही एक स्कॉर्पियो गलत दिशा में खड़ी एक निजी स्कूल बस से टकरा गई। तेज रफ्तार वाले इस बाईपास पर अवैध पार्किंग विकराल खतरे की तरह सामने आई है।

गलत दिशा में खड़ी बस बनी हादसे का कारण

प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि स्कूल बस बाईपास पर रॉन्ग साइड खड़ी थी और उससे बचने का मौका स्कॉर्पियो चालक के पास नहीं था। सड़क पर अचानक खड़ी बस को देखकर वाहन अनियंत्रित हो गया और जोरदार टक्कर हो गई।

स्थानीय कार चालक राजन तिवारी का सीधा आरोप है—

> “यह बाईपास हाई-स्पीड रूट है। यहां गाड़ियों को सड़क किनारे खड़ा करना अपने आप में हादसे को दावत देना है। प्रशासन को इस पर तुरंत कड़ा कदम उठाना चाहिए।”



स्कॉर्पियो में 5 बच्चे सवार, श्राद्धकर्म के लिए जा रहा था परिवार

स्कॉर्पियो में 12 लोग सवार थे—सभी हथौड़ी थाना क्षेत्र के निवासी। वे एक परिजन के श्राद्धकर्म में शामिल होने पहलेजा घाट जा रहे थे। टक्कर इतनी तेज थी कि वाहन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया और बच्चों सहित सभी यात्री घायल हो गए।
स्थानीय लोगों और प्रशासन की तत्परता से घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया। 11 लोगों को मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है, जबकि एक को हल्की चोटें आई हैं।

जिला परिवहन विभाग बोला: बस की गलत पार्किंग के कारण हादसा, दोषियों पर होगी कड़ी कार्रवाई

जिला परिवहन पदाधिकारी सत्येंद्र यादव ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा—

> “प्राथमिक जानकारी के अनुसार दुर्घटना गलत दिशा में खड़ी स्कूल बस के कारण हुई है। अवैध पार्किंग और रॉन्ग साइड वाहन खड़ा करना गंभीर अपराध है। जांच पूरी होने के बाद दोषियों पर कठोर कार्रवाई होगी।”



उन्होंने यह भी जोड़ा कि मुजफ्फरपुर में परिवहन विभाग लगातार ट्रैफिक नियमों के पालन को लेकर सख्त है और जिले ने कई बार राज्य में बेहतर रैंकिंग हासिल की है।

स्थानीयों का सवाल: हाई-स्पीड बाईपास पर अवैध पार्किंग किसकी लापरवाही—स्कूल प्रबंधन की या सिस्टम की?

हादसे के बाद स्थानीय लोगों ने यह बड़ा सवाल उठाया है कि
यदि हाई-स्पीड बाईपास पर स्कूल बस जैसी भारी गाड़ी गलत दिशा में खड़ी रहती है, तो क्या प्रशासन की नियमित मॉनिटरिंग पर्याप्त है?
अपर्याप्त निगरानी और अवैध पार्किंग पर कार्रवाई की कमी को इस त्रासदी की बड़ी वजह माना जा रहा है।