मुजफ्फरपुर, 18 सितंबर 2025 : बिहार के सिवान जिले से जुड़े एक सनसनीखेज अपहरण कांड में रेलवे पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है। 18 माह के मासूम कुणाल कुमार को हाजीपुर रेलवे स्टेशन से बरामद कर लिया गया, जबकि अपहरणकर्ता रंजीत राय को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। यह घटना रेलवे स्टेशनों पर बच्चों की सुरक्षा को लेकर उठे सवालों के बीच एक सकारात्मक संदेश देती है।
घटना की शुरुआत 18 जून 2025 को छपरा रेलवे स्टेशन से हुई, जब चाँदनी देवी (पति स्वर्गीय विजय राय, निवासी बैजूबरटांगा, थाना बसंतपुर, सिवान) का 18 माह का पुत्र कुणाल कुमार किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा अगवा कर लिया गया। मां की तहरीर पर छपरा रेल थाने में 21 जुलाई 2025 को मामला दर्ज किया गया (कांड संख्या 135/25, धारा 137(2) बीएनएस)। चाँदनी देवी ने बताया, “मैं थोड़ी देर के लिए आंख लग गई थी, तभी मेरा बच्चा गायब हो गया। तीन माह तक की तलाश में हम बेचैन थे।”
रेलवे पुलिस अधीक्षक (मुजफ्फरपुर) बीना कुमारी ने तुरंत कार्रवाई का आदेश दिया। वरीय उपाधीक्षक मोहम्मद शाहकार खान के नेतृत्व में डीआईयू शाखा की एक विशेष टीम गठित की गई। तकनीकी निगरानी और गहन अनुसंधान के बाद, 17 सितंबर 2025 को हाजीपुर रेलवे स्टेशन के सर्कुलेटिंग एरिया से बच्चे को सुरक्षित बरामद कर लिया गया। अपहरणकर्ता रंजीत राय (उम्र 40 वर्ष, पिता स्वर्गीय बोचाई राय, निवासी विद्युतपुर कॉली स्थान, थाना विद्युतपुर, वैशाली) को मौके से ही धर दबोचा गया। पूछताछ में पता चला कि रंजीत ने बच्चे को बेचने की योजना बनाई थी।
रेल एसपी बीना कुमारी ने बताया, “टीम की सतर्कता से यह सफलता मिली। अपराधी को पूछताछ के बाद कोर्ट में पेश किया गया।” बच्चे को उसके परिजनों को सौंप दिया गया, जो आंसुओं से भावुक हो गए। सिवान के एसपी ने भी इस सफलता पर बधाई दी।
यह घटना बिहार में रेलवे स्टेशनों पर बढ़ते अपहरण मामलों को उजागर करती है। हाल ही में छपरा और हाजीपुर में कई बच्चों के लापता होने की घटनाएं सामने आई हैं, जहां मानव तस्करी का शक जताया गया। पुलिस ने यात्रियों से सतर्क रहने की अपील की है।